Last updated on January 26th, 2023 at 02:18 pm
Soyabean Ki Kheti: Soyabean को माना जाता है पूर्व-एशिया में सबसे जायदा उगाए जाने वाला फसल लेकिज अब एसी बात नही हैं, हलकी अब Soyabean दुनिया के सभी कोने में उगाया जाता है जहा मानव जीवन संभव हो।
और सोयाबीन को Oilseeds उपयोग किया जाता है क्योंकि Soyabean 100% में से 18% Oil यानी तेल का बना होता हैं। सोयाबीन को उसे तरह उगाया जाता है जैसे मक्का को उगाया जाता हैं यानी की जैसे मक्का का खेती होती है वास ही Soyabean की भी खेती होती हैं।
तो Dosto आज के इस लेख में हम जानेंगे की आखिर हम Soyabean Ki Kheti कैसे कर सकते हैं? तो सोयाबीन को कैसे उगाए यह जानने के लिए अपको यह लेख जरूर पढ़ना चाहिए।
तो आइए सोयाबीन उगाने के लिए सभी स्थितियों पर एक-एक करके नज़र डालते हैं।
SOYABEAN उगाने की प्रक्रिया
- जलवायु और मिट्टी (Climatic and Soil)
- बोवाई (Sowing)
- उर्वरक (Fertilizers)
- सिंचाई (Irrigation)
- प्लांट का संरक्षण (Plant Protection)
- फसल काटने वाले (Harvesting)
#१ जलवायु और मिट्टी
SOYABEAN एक एसी फसल है जो गर्म मौसम में उगाई जाती है, इसलिए इसे गर्मियों लगाया जाता हैं, और सोयाबीन को अच्छे से उगने के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट उपजाऊ मिट्टी लाभ दायक होती हैं। Soyabean के लिए भूमि यानी खेत (Land) की तैयारी उचित जुताई के बाद सीढ़ी लगाकर करनी चाहिए।
#२ बोवाई
दोस्तो आपको यदी नही मालूम की कब अपको सोयाबीन बोना चाहीए तो अपको हम बता दे की सबसे अच्छा समय “जून माह” होता हैं Soyabean बोन का सीड ड्रिल विधि का उपयोग करते समय पंक्तियों (rows) को 45 से 50 cm की दूरी पर रखना चाहिए। बीजों को 4 से 7 cm अलग रखा जाता है। एक एकड़ भूमि (खेत) में बुवाई के लिए 25 से 30 kg बीज यानी Seed दर आदर्श होती है।
#३ उर्वरक
सोयाबीन द्वारा वायुमंडलीय नाइट्रोजन का उपयोग, लेकिन यह काफी नही होगा इसलिए इस प्रकार, फसल कुल आवश्यक नाइट्रोजन का 10 से 15 प्रतिशत प्राप्त करती है। 32 kg Phosphorus और 12.5 kg Nitrogen प्रति एकड़ दोनों पर्याप्त हैं। और कमी पाए जाने पर ही पोटाश आवश्यक है।
#४ सिंचाई
सोयाबीन उत्पादन के लिए वर्षा सिंचित कृषि आदर्श है। गर्मियों में खेती करने पर उन्हें पांच से छह सिंचाई की जरूरत होती है।
#५ प्लांट का संरक्षण
सोयाबीन फसलों को नुकसान पहुँचाने वाले कीट में सफेद मक्खी, तम्बाकू कैटरपिलर, बालों वाली कैटरपिलर और ब्लिस्टर बीटल शामिल हैं। सोया फसलों को इन कीटों से बचाने के लिए उपयुक्त कीट नियंत्रण तकनीकों को नियोजित किया जा सकता है।
#६ फसल काटने वाले
जब पत्तियाँ पीली हो जाती हैं और फलियाँ सूख जाती हैं, तो फसल पक जाती है और तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है। कटाई मैन्युअल रूप से, दरांती से या थ्रेशिंग मशीन से की जा सकती है।
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